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हाथरसः हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी एक लाख के इनामी जिस मधुकर को पुलिस जगह-जगह तलाशने का दावा कर रही है वह अस्पताल में भर्ती है। साकार हरि बाबा के वकील एपी सिंह ने यह दावा किया है। दरअसल, हाथरस भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। पांच लोगों को पहले ही पकड़ा जा चुका है। मधुकर को लेकर बाबा के वकील एपी सिंह का कहना है कि मुझे एफआईआर की कॉपी मिल गई है और मुझे जांच एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। देव प्रकाश मधुकर दिल के मरीज हैं और उनके परिवार के एक सदस्य की भी इस घटना में मौत हो गई है। वह अस्पताल में भी भर्ती हैं लेकिन जैसे ही उनकी हालत स्थिर होगी, हम उन्हें पुलिस और एसआईटी के सामने पेश करेंगे ताकि आगे की कार्रवाई ठीक से हो सके। उन्होंने कहा कि देव प्रकाश मधुकर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। हम न तो कोई अदालती कार्यवाही शुरू करने जा रहे हैं और न ही कुछ करने जा रहे हैं।"
पीड़ितों का बाबा पर फूटने लगा गुस्सा
हाथरस हादसे में मरे कई लोगों के परिवार के लोग अब आस्था छोड़कर बाबा पर पलटवार करने लगे हैं। लोगों का कहना है कि भोले बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सत्संग दोबारा न हो। दरअसल, एक महिला ओमवती की इस भगदड़ में मौत हुई थी। उनकी पुत्रवधू राधा ने कहा कि अब तक भोले बाबा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उनकी सास ओमवती 10-12 साल से बाबा के सत्संग में जाती थी। हादसे के बाद बाबा ने किसी को पलटकर नहीं देखा।
एक अन्य महिला रेनू देवी की मां मुन्नी देवी की भी मौत हो गई। रेनू देवी ने मीडिया से कहा कि वह तो कभी बाबा के सत्संग में नहीं गई, लेकिन उनकी मां बाबा के सत्संग में जाती थी। लेकिन उन्होंने अभी तक बाबा का कोई चमत्कार नहीं देखा। उन्होंने कहा कि हादसे का दोषी बाबा है। प्रशासन की भी लापरवाही है। गांव सोखना के विनोद कुमार ने मीडिया से कहना था कि उन्होंने अपने परिवार के तीन सदस्यों मां, पत्नी और बेटी इस भगदड़ में खोया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
पीड़ितों का बाबा पर फूटने लगा गुस्सा
हाथरस हादसे में मरे कई लोगों के परिवार के लोग अब आस्था छोड़कर बाबा पर पलटवार करने लगे हैं। लोगों का कहना है कि भोले बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सत्संग दोबारा न हो। दरअसल, एक महिला ओमवती की इस भगदड़ में मौत हुई थी। उनकी पुत्रवधू राधा ने कहा कि अब तक भोले बाबा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उनकी सास ओमवती 10-12 साल से बाबा के सत्संग में जाती थी। हादसे के बाद बाबा ने किसी को पलटकर नहीं देखा।
एक अन्य महिला रेनू देवी की मां मुन्नी देवी की भी मौत हो गई। रेनू देवी ने मीडिया से कहा कि वह तो कभी बाबा के सत्संग में नहीं गई, लेकिन उनकी मां बाबा के सत्संग में जाती थी। लेकिन उन्होंने अभी तक बाबा का कोई चमत्कार नहीं देखा। उन्होंने कहा कि हादसे का दोषी बाबा है। प्रशासन की भी लापरवाही है। गांव सोखना के विनोद कुमार ने मीडिया से कहना था कि उन्होंने अपने परिवार के तीन सदस्यों मां, पत्नी और बेटी इस भगदड़ में खोया है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
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